ग्वालियर के स्वच्छता नायक बने संदीप माकिन
स्वच्छ सर्वेक्षण में टाॅप 20 में आने की तैयारी

ग्वालियर। स्टार रेंकिंग को लेकर स्वच्छता सर्वेक्षण में अभी तक फिसडडी रहे ग्वालियर का नया रूप सामने आया है। ग्वालियर स्टार रेटिंग में अभी 4200 शहरों में टाॅप 20 में आने की तैयारी में हैं। अभी तक मध्यप्रदेश में ग्वालियर नंबर वन की स्टार रेटिंग ;फीडबैक संदर्भद्ध में आकर सबसे टाॅप पर आ गया है, लेकिन यह सब संभव हुआ है ग्वालियर नगर निगम कमिश्नर संदीप माकिन के कुशल नेतृत्व में। अब उन्हें ग्वालियर में स्वच्छता अभियान का नायक तक कहा जाने लगा है।

ग्वालियर में जब 11 माह पूर्व संदीप माकिन ने निगम कमिश्नर का पदभार सम्हाला तो स्थिति काफी विषम थी। ग्वालियर स्वच्छता सर्वेक्षण में 59वें स्थान पर था। माकिन ने इसको चुनौती के रूप में लिया और धीरे-धीरे धरातल पर जाकर काम सम्हालने की कोशिश की। उन्होंने सारे शहर की सड़कों, कालोनियों, गली, मौहल्लों को टारगेट पर लेकर टीमें भी लगाई। उन्होंने शहर को डस्ट फ्री बनाने का संकल्प भी लिया। शहर की सड़कों की उन्होंने कायापलट भी की। काॅफी राजनैतिक झंझावतों का सामना भी किया। इसके बाद उन्हें एक पुख्ता सहयोगी की भी फील्ड के लिये जरूरत हुई, तो वह सत्यपाल सिंह चैहान को निगम उपायुक्त के रूप में सामने लेकर आये। आज ग्वालियर निगम सीमा में इन दोनों अधिकारियों ने स्वच्छ सर्वेक्षण में उल्लेखनीय कार्य किया है। शहर के 66 वार्डों में पहले भी 3130 सफाई कर्मी थे, लेकिन शहर में कचरा और गंदगी की समस्या बढ़ती जा रही थी। लेकिन अब इन्हीं 3130 सफाई कर्मियों ने शहर में स्वच्छता का रिकार्ड बना दिया है।

शहर में स्वच्छता का सर्वेक्षण करने आई टीम भी ग्वालियर की रेंकिंग उछाल से अचंभित हैं। आज भी टीम के सदस्य विभिन्न क्षेत्रों में घूमे, तो उन्हें शहर की सफाई स्वच्छता व्यवस्था में आश्चर्यजनक सुधार दिखा। टीम के सदस्यों के आम लोगों से यही सवाल थे कि आपके यहां नियमित साफ सफाई होती है। कचरा संग्रहण के लिए उठाने वाले आते है, गीला और सूखा कचरा क्या अलग अलग देते है, शहर की सफाई व्यवस्था से आप संतुष्ट है। सवालों के जबाब जब शहरवासियों ने दिये उनको सुनकर स्वच्छता सर्वेक्षण टीम तो अचंभित थी, वहीं निगम अमले की खुशी चैगुनी दिखाई दी। कुल मिलाकर इसके पीछे नई कहानी सामने आई कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिये निगम कमिश्नर संदीप माकिन और निगम उपायुक्त स्वास्थ्य सत्यपाल सिंह चैहान की मेहनत है। दोनों अधिकारी सुबह 6 बजे घर छोड़कर सफाई टीम के मनोबल को बढ़ाने लगे रहे, वहीं आम लोगों को भी साफ सफाई के लिए जागरूक किया। जिस कारण आज ग्वालियर स्वच्छ सर्वेक्षण फीडबैक में टाॅप-20 पर आने की ओर अग्रसर है।

खेल अधिकारी से स्वच्छता सह नायक सत्यपाल


 



ग्वालियर स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में अपनी रेंकिंग सुधार कर यदि टाॅप 20 में आता है तो इसका श्रेय उपायुक्त स्वास्थ्य सत्यपाल सिंह चैहान को भी जायेगा। आज सत्यपाल सिंह चैहान सफाई कर्मियों के बीच सबसे लोकप्रिय निगम आॅफिसर है, जिनके इशारे पर 3130 सफाई कर्मी शहर की आबो हवा बदलने में लगे है। 

सुबह 6 बजे अपरे घर से ट्रेक सूट में निकलना और साफ सफाई की माकूल व्यवस्था, निरीक्षण कर 1 बजे वापस घर लौटने वाले सत्यपाल सिंह चैहान कभी पीछे नहीं हटे। वह पहले खेल अधिकारी के तौर पर भी ग्वालियर को उल्लेखनीय खेल आयोजनों की सौगात दे चुके हैं। शुरू में उन्होंने निगम कमिश्नर माकिन के द्वारा की गई स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी टालने की कोशिश भी की थी, लेकिन माकिन ने उन पर अगाध विश्वास पर यह जिम्मेदारी 5 नवंबर 2019 को सौंप ही दी तो उन्होंने आज वह कर दिखाया, जो अन्य निगम अधिकारी नहीं कर सकें।

2018 में 27वें, 2019 में 59वें अब टाॅप 20 में आने की उछाल

ग्वालियर स्वच्छता सर्वेक्षण में 2018 में देशभर में 27वें स्थान पर रहा, लेकिन 2019 में ग्वालियर का स्थान सरककर 59वें पर आ गया। लेकिन अब 2020 में निगम आयुक्त और उनके सफाई अमले की वजह से ग्वालियर टाॅप 20 पर आने की उछाल में हैं। सफाई कर्मी 2018 के जितने 3130 थे आज भी उतने ही हैं। 

शहर की सड़कें डस्ट फ्री

ग्वालियर शहर की अधिकांश सड़कें डस्ट फ्री हो गई है। उनके डिवाइडर भी आकर्षक रंग से रंगे गये हैं। निगम आयुक्त ने सड़कों के दोनों और मिटटी के टाईल भी लगवाये हैं, ताकि डस्ट न उड़े और जमीन के भीतर पानी भी भरपूर जाये।

शहरवासी सहयोग करें

निगम कमिश्नर संदीप माकिन और उपायुक्त स्वास्थ्य सत्यपाल सिंह चैहान का कहना है कि ग्वालियर में जबरदस्त काम हुआ हैं। सर्वेक्षण में लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर शहर की जनता, सामाजिक संगठन, स्कूल, काॅलेज सभी स्वच्छता अभियान में भरपूर भागीदारी कर रहे हैं। सभी 66 वार्डों में स्वच्छता मानीटर भी बनाये गये हैं। 

(साभार सत्ता सुधार)